जादुई गाउन की कहानी
बच्चों आज हम तुम्हें जादुई गाउन की कहानी सुनाने जा रहे हैं। एक लड़की थी जिसका नाम मुनमुन था वह अपने परिवार में अपने पापा के साथ रहती थी उसके पापा दर्जी थे लेकिन वह ज्यादा पैसे नहीं कमा पाते थे। फिर भी वो खुशी खुशी रहते थे
एक बार उस नगर में महारानी के बेटे राजकुमार का जन्मदिन था नगर में मुनादी करवाई गई की "हमारे प्यारे राजकुमार 12 साल के हो गए हैं। जिसकी खुशी में महारानी ने एक बहुत बड़ी पार्टी का आयोजन किया है। अगले महीने 1 तारीख को पार्टी है नगर के सभी बच्चों को न्योता दिया जाता है। जरूर जरूर आए"
बच्चे यह मुनादी सुनकर बहुत खुश हो गए और आपस में बातें करने लगे। मैं तो अपना लाल वाला गाउन पहनूंगी दूसरा कह रहा मैं तो अपनी नई वाली ड्रेस पहन हुआ जो मेरे पापा ने दिलाई थी यह सब सुनकर मुनमुन उदास हो गई क्योंकि उसके पास अच्छे कपड़े नहीं थे।
बच्चों ने मुनमुन से पूछ लिया कि मुनमुन तुम क्या पहनोगी तो मुनमुन कुछ नहीं बोली तो दूसरे बच्चे ने कहा इससे क्यों पूछते हो यह तो बहुत गरीब है। इसके तो रोज के कपड़े भी फटे हुए हैं।
जादुई गाउन कि शुरुआत:-
यह सुनकर मुनमुन घर चली गई वह बहुत उदास थी उसके पापा ने पूछा कि तुम उदास क्यों हो तो मुनमुन ने कहा मेरा पार्टी में जाने का मन नहीं है तो पाप आपने बताया महारानी के न्योते को मना नहीं कर सकते। आपको जाना तो पड़ेगा ही। फिर मुनमुन ने पूरी बात बताई कि मेरे पास अच्छे कपड़े नहीं है। सभी बच्चे अच्छे-अच्छे कपड़े पहने गए और उदास हो गई
मुनमुन को जंगल में पेड़ पौधे पशु पक्षियों से बहुत प्यार था। उनके बगैर 1 दिन भी नहीं रह सकती थी मुनमुन रोज सुबह निकल जाती और जंगल में जाकर पेड़ के नीचे बैठ जा करती थी और वही खेलती रहती उस दिन मुनमुन सुबह ही निकल गई और एक पेड़ के नीचे जाकर बैठ गई और उदास बैठी थी।
तभी पेड़ बोला "बच्ची तुम कौन हो जो मेरे ठंडी छांव में बैठ कर रो रही हो। " मुनमुन ने कहा कौन बोल रहा है? हरे पेड़ तुम कैसे बोल रहे हो तो पेड़ ने बताया कि मैं एक जादुई पेड़ हूं तुम उदास क्यों हो तो मुनमुन ने कहा क्या तुम मेरी सहायता कर सकते हो तो पेड़ ने बताया हां तुम बताओ तुम्हें क्या चाहिए? मुनमुन ने सारी बात बता दी। तो पेड़ ने कहा मैं तुम्हें कोई अच्छी ड्रेस तो नहीं दे सकता लेकिन तुम्हें अच्छी ड्रेस पाने का उपाय बता सकता हूं।
यह पूरा का पूरा जंगल जादुई है।
इस जंगल के सभी पेड़ पौधे तुम्हें कुछ ना कुछ जरूर दे देंगे जैसे गुलाब ने अपनी पत्तियां दे दी।
और अलग-अलग पौधों ने उसको अलग-अलग चीजें दे दी जिससे एक सुंदर गाउन बन सकता था मुनमुन बहुत खुश हो गई वह यह सारे उपहार लेकर अपने पापा के पास चली गई और पापा को बोली पापा इन सारे सामान को जोड़कर मेरे लिए ड्रेस बढ़ा दो राजकुमार का जन्मदिन भी आने वाला है।
पापा ने कहा इनसे मैं ड्रेस कैसे बना सकता हूं तो मुनमुन ने कहा कि तुम ट्राई तो करो। यह जादुई सामान है। इससे ड्रेस बन जाएगी ऐसा कहने पर पापा ने ड्रेस बनानी शुरू कर दी और लगातार तीन दिन लगे एक बहुत सुंदर जादुई गाउन बनकर तैयार हो गया।
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जब मुनमुन ने यह ड्रेस पहनी और बाहर निकली तो मैं बहुत ही सुंदर लग रही थी। मुनमुन यह गाउन पहनकर राजकुमार की पार्टी में चली गई। सभी बच्चे उसी को देख रहे थे और सोच रहे थे यह लड़की कौन है? राजकुमार ने अपनी मां से पूछा मम्मी यह लड़की कौन है तो उसकी मम्मी ने बताया मुझे यह तो नहीं पता कि यह कौन है लेकिन यह जरूर तय है कि वे इस पार्टी का सबसे चमकता हुआ सितारा है।
राजकुमार ने बोला क्या मैं उसे अपने साथ केक काटते समय खड़ा होने के लिए पूछ सकता हूं तो मार ने कहा बिल्कुल बेटा सिपाही को आदेश दिया उस लड़की को ऊपर तक लेकर आओ क्या तुम राजकुमार के साथ खड़ी हो सकती हो? मुनमुन ने कहा बिल्कुल महारानी और मुनमुन बहुत खुश हो गई। जब राजकुमार केक काट रहा था तो मैं उसके बिल्कुल साथ खड़ी थी
तो बच्चों इस जादुई गाउन कि कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि अगर आपकी जिंदगी में अगर आपका दिल साफ है तो आपकी जिंदगी में कोई ना कोई जादू जरूर होगा जैसे मुनमुन के साथ हुआ।
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