Included : बच्चों की कहानी हिंदी में , तोता और मैना की कहानी, साप की कहानी
पडोसी का धर्म कहानी
एक बगीचे में आम के दो पेड़ थे। एक पेड़ पर तोते का परिवार रहता था और दूसरे पर मैना वो दोनों एक दूसरे की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते थे। आम के मौसम में दोनों परिवारों को भोजन की कोई कमी नहीं रहती थी। दोनों पेड आमों से लदे रहते थे। तोते और मैना के परिवार के सदस्य रोज़ पेट भरकर आम खाते थे।
तोता और मैना का परिवार |
आम का मौसम जाने के बाद उन्हें भोजन की तलाश में दूर-दूर तक भटकना पड़ता था।
तोते और मैना के बच्चे अभी छोटे थे। वे उड़ना नहीं जानते थे, इसलिए अपने-अपने घोंसले में बैठे भोजन का इंतज़ार करते रहते थे। यदि भोजन लेकर पहले तोता बगीचे में पहुँच जाता, तो वह अपने बच्चों के साथ
मैना के बच्चों को भी भोजन खिला देता। यदि पहले मैना बगीचे में लौट आती. तो वह भी अपने बच्चों के साथ तोते के बच्चों को भी खाना खिलाती।
इस प्रकार तोते और मैना के परिवार मिल- जुलकर आनंदपूर्वक जीवन बिता रहे थे। बगीचे के अन्य पक्षी
भी उनकी प्रशंसा करते थे। वे आपस में चर्चा करते कि पड़ोसी के साथ मिल-जुलकर रहने से जीवन के कष्ट कितनी आसानी से दूर हो जाते हैं।
बगीचे के एक पेड़ के नीचे एक साँप भी रहता था। वह तोते और मैना की मित्रता से जलता था। वह जब भी तोते और मैना के छोटे-छोटे बच्चों को देखता, तो उसके मुँह में पानी भर आता था। वह उनका शिकार करना चाहता था।
तोता और अन्य पक्षी |
लेकिन उसे सही अवसर नहीं मिल पा रहा था। एक बार तोते के बच्चों की तबीयत खराब हो गई। मैना ने उसे आश्वस्त करते हुए कहा-"दोनों परिवारों के लिए भोजन लेने में जा रही हूँ। तुम बच्चों का ध्यान रखना।"
मैना भोजन का प्रबंध करने के लिए बगीचे से बाहर चली गई। तोते को अपने घर की मरम्मत करनी थी। वह तिनके चुनने के लिए नीचे जमीन पर आ गया। तभी साँप चुपचाप मैना के बच्चों की तरफ़ बढ़ने लगा। वह जैसे ही पेड़ पर चढ़ा, तोते ने उसे देख लिया। भयानक साँप को मैना के बच्चों की तरफ़ बढ़ते देखकर तोता डर गया, लेकिन शीघ्र ही उसने हिम्मत से काम लिया और वह शोर मचाने लगा।
बगीचे के सारे पक्षी तोते के आस पास इकट्ठे हो गए। तोते की हिम्मत दोगुनी हो गई। उसने अन्य पक्षियों के साथ साप पर हमला कर दिया। साप को अपने प्राण संकट में दिखाई देने लगे। वह जल्दी जल्दी पेड़ से नीचे उतरा और अपनी जान बचाकर भागा।
साप पर आक्रमण |
कुछ समय बाद जब मैना भोजन लेकर वापस लौटी, तो उसे सॉप के खतरनाक इरादा का पता चला। उसने साथी को धन्यवाद देते हुए कहा "एक अच्छा पड़ोसी होना बहुत ज़रूरी है।
वह हमें हर संकट से बचाता है।"
अब , आपकी बारी
बताइए
1. तोते और मैना का परिवार कहाँ रहता था?
2. तोते और मैना को भोजन की तलाश में कब भटकना पड़ता था?
3. बगीचे के अन्य पक्षी आपस में क्या चर्चा करते थे?
4. तोते और मैना की मित्रता से कौन जलता था?
5. तोता अपने बच्चों के लिए भोजन का प्रबंध करने क्यों न जा सका?
6. तोना क्या देखकर डर गया?
7. मेना ने तोते को धन्यवाद देते हुए क्या कहा?
यह भी पढ़े
आप यह भी पढ़ सकते हैं कहानियों का भण्डार