LIC NEW JIVAN ANAND YOJNA
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LIC NEW JIVAN ANAND YOJNA

एलआईसी न्यू जीवन आनंद योजना क्या है, अगर आप यह जानना चाहते है तो आप बिलकुल सही जगह आये है । आज हम अपनी इस पोस्ट के माध्यम से जानेंगे कि LIC NEW JIVAN ANAND YOJNA IN HINDI क्या है? आज हम आपको यही बताने वाले हैं कि एलआईसी न्यू जीवन आनंद योजना क्या है? क्या आपको एलआईसी न्यू जीवन आनंद योजना का भागीदार बनना चाहिए या नहीं?

इस पोस्ट में हम एलआईसी न्यू जीवन आनंद योजना की सभी बातों को कवर करेंगे तो इसे अंत तक जरुर पढ़िए ताकि आपको पूरी तरह से पता चल पाए की LIC NEW JIVAN ANAND YOJNA IN HINDI क्या है?

चलिए अब शुरू करते हैं एलआईसी न्यू जीवन आनंद योजना के बारे में।

एलआईसी न्यू जीवन आनंद योजना पैसे बचाने एवं साथ ही साथ आपके जीवन भर की इंश्योरेंस के लिए एक अच्छा जरिया है। यदि आपने एलआईसी न्यू जीवन आनंद योजना ली हुई है तो इस पॉलिसी में प्रीमियम पेमेंट का समय पूरा होने पर भी यह प्लान आपकी लाइफ को 100 वर्ष की आयु तक सुरक्षित रखता है।
इसी वजह से इस प्लान को फुल लाइफ इंश्योरेंस (Full Life Insurance) प्लान कहा जाता है।

एलआईसी ( https://licindia.in/ ) ने जीवन आनंद योजना को 1 फरवरी 2002 में शुरू किया था। परंतु इस प्लान को 30 सितंबर 2018 में बंद भी कर दिया गया। जब कंपनी ने एलआईसी जीवन आनंद योजना को बंद किया तो वह इसकी जगह पर एक नया एलआईसी का प्लान लेकर आए जिसे कंपनी ने एलआईसी न्यू जीवन आनंद योजना का नाम दिया। इस पोस्ट में हम आपको एलआईसी न्यू जीवन आनंद योजना के बारे में ही बताएंगे। एलआईसी न्यू जीवन आनंद योजना को 9 अक्टूबर 2018 में शुरू किया गया।

यह एक पार्टिसिपेटिंग, नॉन लिंक्ड प्लान है जो सुरक्षा के साथ-साथ सेविंग का एक आकर्षक जरिया देता है।
इस प्लान में यदि पॉलिसी होल्डर की मृत्यु हो जाती है तो यह प्लान उसके परिवार को आर्थिक मदद देता है तथा साथ ही साथ यह प्लान पॉलिसी होल्डर को लोन फैसिलिटी भी देता है।
इस योजना के अंतर्गत पॉलिसी होल्डर की जिंदगी का रिस्क कवर पॉलिसी अवधि पूरा होने के बाद भी जारी रहता है। यानी यदि पॉलिसी धारक की मृत्यु पॉलिसी अवधि के समाप्त होने पर होती है तो भी उसे मृत्यु लाभ का भुगतान किया जाता है।


एलआईसी न्यू जीवन आनंद योजना खरीदते वक़्त ध्यान रखने वाली बाते

पॉलिसी खरीदते वक्त पॉलिसी धारक को दो बातों का चुनाव करना होता है। पहला कवर अमाउंट तथा दूसरा पॉलिसी की अवधि। पॉलिसी खरीदते वक्त पॉलिसी धारक की उम्र क्या है इस तथा वह कितनी अवधि और कितनी बीमित रकम की पॉलिसी का चुनाव कर रहा है। इन सभी बातों के आधार पर पॉलिसी का प्रीमियम तय किया जाता है। प्रीमियम का भुगतान पॉलिसी धारक को पूरे पॉलिसी अवधि तक करना होता है। यह प्रीमियम प्रतिवर्ष भरना होता है। यदि पॉलिसी धारक चाहे तो वह इस प्रीमियम को प्रतिवर्ष अर्धवार्षिक 3 माह में एक बार या मासिक किस्तों में भी भर सकते हैं।

यदि पॉलिसी धारक अपने सभी प्रीमियम समय से भरते हैं और पॉलिसी के समाप्त होने पर भी वह जीवित रहते हैं तो एलआईसी उन्हें मैच्योरिटी लाभ देती है।

मैच्योरिटी लाभ का अर्थ है कि एलआईसी द्वारा पॉलिसी धारक को बीमित रकम + पॉलिसी अवधि में जमा हुआ बोनस + फाइनल एडिशनल बोनस का भुगतान किया जाता है।
यदि पॉलिसी धारक की मृत्यु पालिसी अवधि समाप्त होने के बाद हो जाती है। तब भी पॉलिसी धारक द्वारा नियुक्त किए गए नॉमिनी को मृत्यु लाभ के रूप में फिर से पॉलिसी धारक की बीमित रकम का भुगतान किया जाता है।

यदि किसी कारणवश पॉलिसी धारक की मृत्यु पॉलिसी पीरियड के दौरान ही हो जाती है तो नॉमिनी को मृत्यु लाभ का भुगतान किया जाता है।

यदि आप LIC के टर्म प्लान्स के बारे में जानना चाहते है तो आप LIC term insurance plan in hindi को भी पढ़ सकते है

एलआईसी न्यू जीवन आनंद योजना में मृत्यु लाभ कैसे पता करें?

यदि किसी व्यक्ति की मृत्यु पॉलिसी पीरियड के दौरान हो जाती है तो उसके द्वारा बताए गए नॉमिनी को जो बीमित रकम मिलती है, वह इस प्रकार निकाली जा सकती है। मृत्यु पर बीमित रकम + मृत्यु तक जमा हुआ बोनस + फाइनल एडिशन बोनस (अगर कुछ है तो)
एलआईसी न्यू जीवन आनंद में मृत्यु पर मिलने वाली बीमित रकम निम्न में से एक हो सकती है।

  • मूल बीमित रकम का 125%
  • वार्षिक प्रीमियम का 10 गुना
  • मृत्यु तक भरे हुए प्रीमियम का 105%

इन तीनों में से जो सबसे अधिक होगा वही अमाउंट नॉमिनी को दिया जाता है।
आइए अब हम आपको एक ऐसे व्यक्ति का उदाहरण देते हैं जिसने एलआईसी की न्यू जीवन आनंद पॉलिसी को खरीदा हुआ है। मान लीजिए कि 35 साल के संदीप एलआईसी की न्यू जीवन आनंद योजना खरीदते हैं। वह इस पॉलिसी को 5 लाख की बीमित रकम के साथ 20 वर्ष के लिए खरीदते हैं। इसके अनुसार संदीप को हर वर्ष वार्षिक प्रीमियम के रूप में 30,273 रुपए (कर सहित) देने होंगे।
उन्हें इसका भुगतान पॉलिसी पीरियड यानी पूरे 20 वर्षों तक हर वर्ष करना होगा।

सिंपल रिवर्सनरी बोनस – मान लीजिए कंपनी द्वारा सिंपल रिवर्सनरी बोनस 45/000 बीमित रकम पर घोषित किया गया है
अर्थात हर साल – 45×(500000/1000) = Rs. 22,500 का बोनस मिलता जाएगा।
पर आपको यह भी जानना होगा कि इसकी कोई गारंटी नहीं है कि एक बार जो बोनस दिया गया है, यही लागू हो हर वर्ष यह कम या ज्यादा हो सकता है।
फाइनल एडिशनल बोनस– फाइनल एडिशनल बोनस आपको पॉलिसी के अंत में एक बार मिलता है। मान लीजिये यह 20/1000 बीमित रकम है यानि पालिसी के अंत में 20×(500000/1000) = 10000 रूपए का फाइनल एडिशनल बोनस मिलेगा।

आइए अब जान लेते हैं कि संदीप के पॉलिसी के अंत में जीवित रहने या ना रहने पर किस प्रकार से भुगतान किया जाएगा।

परिस्थिति 1 – संदीप पॉलिसी के अंत तक जीवित रहते हैं।

यदि संदीप पॉलिसी के अंत तक जीवित रहते हैं तो उन्हें एलआईसी द्वारा बीमित रकम के साथ जमा हुआ सिंपल रिवर्सनरी बोनस और फाइनल एडिशनल बोनस भी मिलेगा।

यानी कि संदीप को मिलेगा:-
बीमित रकम + 20 साल में जमा हुआ सिंपल रिवर्सनरी बोनस + फाइनल एडिशनल बोनस (अगर कंपनी ने घोषित किया है तो)
यानी संदीप को मैच्योरिटी राशि के रूप में
Rs. 500000 + Rs.(22500 × 20) + Rs. 10000 = Rs. 960000 का भुगतान किया जाएगा।

इस पॉलिसी में यदि संदीप की मृत्यु पॉलिसी अवधि के खत्म होने के बाद होती है तब भी उनके नॉमिनी को बीमित रकम यानी ₹500000 का भुगतान किया जाएगा।

परिस्थिति 2 – यदि संदीप की मृत्यु पॉलिसी लेने के बाद 16वे वर्ष में हो जाती है

ऐसे में संदीप के नॉमिनी को संदीप की मृत्यु पर बीमित रकम के साथ, मृत्यु तक जमा हुआ सिंपल रिवर्सनरी बोनस और फाइनल एडिशनल बोनस (अगर कुछ है तो) इन सभी का भुगतान किया जाएगा।

बीमित रकम कैसे निकाली जाती है?

पॉलिसी धारक की मृत्यु पर उसके नॉमिनी को दी जाने वाली बीमित रकम तीन प्रकार से निकाली जा सकती है।

  • मूल बीमित रकम का 125%
  • वार्षिक प्रीमियम का 10 गुना
  • मृत्यु तक भरे हुए प्रीमियम का 105% इन तीनों में से जो भी राशि सबसे अधिक होगी वही बीमित रकम के रूप में पॉलिसी धारक के नॉमिनी को दी जाएगी।

मूल बीमित रकम का 125% = Rs. 500000 का 125% = Rs. 6,25,000/-

वार्षिक प्रीमियम का 10 गुना = 30,273 × 10 = Rs. 3,02,730/-

मृत्यु तक भरे हुए प्रीमियम का 105% = (30,273 × 16) × 105% = 5,08,586/-

जैसा कि आप देख पा रहे हैं कि इन तीनों मापदंडों में से मूल बीमित रकम का 125% सबसे अधिक है। इसीलिए इस रकम को बीमित रकम के रूप में पॉलिसी धारक के नॉमिनी को दिया जाएगा।
यानी संदीप की मृत्यु के बाद पॉलिसी धारक को मिलेगा: बीमित रकम + सिंपल रिवर्सनरी बोनस + फाइनल एडिशनल बोनस
Rs. 6,25,000+ Rs. (22,500×16) + Rs. 10,000 = Rs. 9,95,000/-

एलआईसी न्यू जीवन आनंद योजना की मुख्य बातें।

एलआईसी न्यू जीवन आनंद योजना की मुख्य बातें इस प्रकार है:

  • इस योजना में एलआईसी द्वारा समय-समय पर बोनस की घोषणा की जाती है जो आपकी बीमित रकम के भुगतान को बढ़ा देता है।
  • इस योजना में प्रीमियम का भुगतान पूरे पॉलिसी पीरियड तक करना पड़ता है। इस योजना के तहत आपको लोन भी मिल सकता है।
  • लोन लेने के लिए आपकी पॉलिसी सरेंडर मूल्य तक पहुंचनी चाहिए। यदि आप बीमित रकम ज्यादा रखते हैं तो आपको प्रीमियम में छूट भी मिलती है।
  • यदि आप वार्षिकी, छमाही प्रीमियम भरने का चयन करते हैं तब भी आपको प्रीमियम के भुगतान पर छूट मिलती है।
  • इस योजना के साथ आप दुर्घटना, मृत्यु और दिव्यांगता लाभ को राइडर के रूप में भी जोड़ सकते हैं जो आपको दुर्घटना, मृत्यु या दिव्यांगता होने पर अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करता है।

एलआईसी न्यू जीवन आनंद योजना में जुड़ने के लिए अन्य मुख्य बातें।

बीमित रकम।

न्यूनतम – 1 लाख
अधिकतम – कोई सीमा नहीं है।

पॉलिसी अवधि।

न्यूनतम – 15 वर्ष।
अधिकतम – 35 वर्ष।

प्रीमियम भुगतान की अवधि।

न्यूनतम – 5 वर्ष
अधिकतम – 57 वर्ष।

प्रवेश आयु।

न्यूनतम – 18 वर्ष
अधिकतम – 50 वर्ष।

मैच्योरिटी आयु

एलआईसी न्यू जीवन आनंद योजना में मैच्योरिटी आयु ७५ वर्ष रखी गयी है

प्रीमियम भुगतान के तरीके।

हर महीने, 3 महीने में, 6 महीने में या साल भर में।

एलआईसी न्यू जीवन आनंद योजना कैसे खरीदें?

एलआईसी न्यू जीवन आनंद एक ऑफलाइन योजना है। यानी इस योजना को खरीदने के लिए आपको किसी एजेंट या ब्रोकर की सहायता लेनी पड़ती है। आप इस योजना को कंपनी की किसी शाखा में जाकर या कंपनी के किसी कर्मचारी के जरिए भी खरीद सकते हैं।

एलआईसी न्यू जीवन आनंद योजना खरीदने के लिए आवश्यक दस्तावेज

एलआईसी की न्यू जीवन आनंद योजना खरीदने के लिए आपको कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों की आवश्यकता होती है जो कि नीचे बताए गए हैं।

  • योजना के लिए भरा हुआ फॉर्म
  • पासपोर्ट साइज फोटो।
  • पहचान पत्र।
  • अपने पते का सबूत!
  • जन्म प्रमाण पत्र।
  • आय का प्रमाण।
  • पहला प्रीमियम भरने के लिए चेक या कैश!

एलआईसी न्यू जीवन आनंद योजना में मिलने वाली छूट।

यदि आप प्रीमियम राशि को इस प्रकार से तय करते हैं कि वह बीमित रकम का 10% है तो आप आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत इस प्रीमियम में छूट का लाभ उठा सकते हैं। यह छूट अधिक से अधिक डेढ़ लाख तक हो सकती है।

मैच्योरिटी लाभ – इस योजना में मैच्योरिटी पर मिलने वाले लाभ या बीमित रकम में आयकर अधिनियम की धारा 80D के तहत छूट दी गई है। इसको क्लेम कर कर आप लाभ उठा सकते हैं

पॉलिसी अवधि पूरी होने पर क्लेम कैसे करें?

पॉलिसी पूरी होने पर मेच्योरिटी क्लेम करना बहुत ही सरल है। इसके लिए पॉलिसी धारक को कुछ महत्वपूर्ण फॉर्म भरकर अपने हस्ताक्षर के साथ ओरिजिनल पॉलिसी के कागजों को भरना होता है। इसके साथ उन्हें अपनी बैंक डिटेल्स भी देनी होती है जिसमें कंपनी एनईएफटी (NEFT) द्वारा क्लेम राशि को ट्रांसफर कर सके।

पॉलिसी धारक की मृत्यु के मामले में क्लेम कैसे करें?

मृत्यु क्लेम के मामले में पॉलिसी धारक के नॉमिनी को एक डिस्चार्ज फॉर्म भरना होता है। उसके साथ उसे कुछ महत्वपूर्ण कागज भी लगाने होते हैं जैसे की:-

  • ओरिजिनल पॉलिसी के कागज।
  • एनईएफटी फॉर्म
  • नॉमिनी का पहचान पत्र
  • पॉलिसी धारक की मृत्यु का प्रमाण पत्र
  • मृत्यु से पहले चिकित्सा उपचार।
  • इत्यादि।

अन्ये बाते ।

यदि पॉलिसी खरीदने के 12 महीनों के भीतर ही पॉलिसी धारक आत्महत्या कर लेते हैं तो उसके नॉमिनी को भरे हुए प्रीमियम के 80% तक का भुगतान किया जाता है।

यदि पॉलिसी रिवाइव की गई है और उसके 12 महीने के भीतर पॉलिसी धारक आत्महत्या कर लेते हैं तो भरे हुए प्रीमियम का 80% या सरेंडर मूल्य दोनों में से जो अधिक होता है उसका भुगतान किया जाता है।

यदि आपने पहले से LIC की कोई अन्य योजना ली हुई है तो आप how to check lic policy status in hindi भी पढ़ सकते है

निष्कर्ष।

हमारे हिसाब से एलआईसी न्यू जीवन आनंद प्लान एक ऐसा प्लान है जो आपकी पूरी जिंदगी को एक सुरक्षा प्रदान करता है। साथ ही साथ यह पैसे जोड़ने का एक अच्छा जरिया भी है। बाकी सबकी अपनी अपनी जरूरतें होती है। आप उनके हिसाब से अपना प्लान चुन सकते हैं।

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