ओडिशा सरकार ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए एक और बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने सुभद्रा योजना के तीसरे चरण के तहत 20 लाख महिलाओं को वित्तीय सहायता दी। यह कार्यक्रम सुंदरगढ़ जिले में आयोजित हुआ, जहां बड़ी संख्या में महिलाएं और अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित थे। सुभद्रा योजना अब तक 80 लाख महिलाओं को लाभ पहुंचा चुकी है, और यह महिलाओं के जीवन को बदलने में अहम भूमिका निभा रही है।
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Odisha Subhadra Yojana |
क्या है सुभद्रा योजना?
सुभद्रा योजना का उद्देश्य 21 से 60 वर्ष की महिलाओं को वित्तीय रूप से सक्षम बनाना है। इस योजना के तहत पात्र महिलाओं को अगले पांच वर्षों (2028-29 तक) में कुल ₹50,000 की सहायता प्रदान की जाएगी। हर साल उन्हें ₹10,000 की राशि दो समान किस्तों में दी जाएगी। यह धनराशि सीधे महिलाओं के बैंक खातों में जमा की जाएगी, जिससे पारदर्शिता बनी रहती है और किसी प्रकार की गड़बड़ी की संभावना कम हो जाती है।
राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि योजना का लाभ केवल पात्र महिलाओं तक पहुंचे। जिन महिलाओं के आवेदन में विसंगतियां पाई जाती हैं, उन्हें समय पर सुधारने का मौका दिया जा रहा है।
तीसरे चरण की शुरुआत: एक ऐतिहासिक दिन
सुंदरगढ़ जिले में आयोजित इस समारोह के दौरान मुख्यमंत्री माझी ने महिलाओं को प्रेरित करते हुए योजना के तीसरे चरण की शुरुआत की। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर महिलाओं से अपने मोबाइल फोन चेक करने को कहा, ताकि वे अपने बैंक खाते में धनराशि जमा होने की सूचना प्राप्त कर सकें। जैसे ही महिलाओं को उनके फोन पर संदेश मिला, पूरे कार्यक्रम स्थल पर तालियों की गूंज सुनाई दी। यह दृश्य महिलाओं के लिए सशक्तिकरण का प्रतीक बन गया।
पहली किस्त का अंतिम चरण दिसंबर तक पूरा होगा
डिप्टी सीएम प्रावती परिदा ने जानकारी दी कि योजना की पहली किस्त का चौथा और अंतिम चरण दिसंबर 2024 के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। इस चरण में एक करोड़ से अधिक महिलाओं को योजना का लाभ मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि आवेदन प्रक्रिया को और सरल बनाया जा रहा है, ताकि अधिक से अधिक महिलाएं इस योजना का हिस्सा बन सकें।
परियोजनाओं का शुभारंभ और उद्घाटन
मुख्यमंत्री माझी ने अपनी सुंदरगढ़ यात्रा के दौरान 212 करोड़ रुपये की लागत से 288 नई परियोजनाओं की नींव रखी। साथ ही 808 करोड़ रुपये की लागत से तैयार की गई 692 परियोजनाओं का उद्घाटन किया। उन्होंने सुंदरगढ़ जिले में पर्यटन की अपार संभावनाओं पर जोर दिया और जिले के विभिन्न पर्यटक स्थलों के विकास की योजनाओं का ऐलान किया।
बीजद सरकार पर निशाना
मुख्यमंत्री माझी ने पूर्ववर्ती बीजद सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण के नाम पर केवल राजनीतिक लाभ उठाया गया। उन्होंने कहा, "बीजद सरकार ब्याज मुक्त ऋण देकर महिलाओं को कर्ज के जाल में फंसा रही थी, जबकि हमारी सरकार उन्हें प्रत्यक्ष वित्तीय सहायता देकर उनकी वास्तविक मदद कर रही है।" माझी ने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने महिलाओं के लिए कई और योजनाओं पर काम शुरू किया है, जो आने वाले समय में उनके जीवन को और बेहतर बनाएंगी।
महिलाओं का उत्साह: एक नई शुरुआत
इस योजना का उद्देश्य केवल आर्थिक मदद देना नहीं है, बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उनके जीवन स्तर को ऊपर उठाना है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि सुंदरगढ़ को प्रस्तावित उत्तर ओडिशा विकास परिषद (NODC) में शामिल किया जाएगा, जैसा कि भाजपा ने अपने चुनावी वादों में कहा था।
महिलाओं ने मुख्यमंत्री के इस कदम का स्वागत किया और कहा कि यह योजना उनके जीवन को एक नई दिशा देगी। जिन महिलाओं को अब तक योजना का लाभ नहीं मिला है, वे भी आशावान हैं कि दिसंबर के अंत तक वे भी इस योजना का हिस्सा बनेंगी।
निष्कर्ष
सुभद्रा योजना ओडिशा सरकार की महिलाओं के लिए एक अनूठी पहल है। यह न केवल उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बना रही है, बल्कि उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ा रही है। मुख्यमंत्री माझी के नेतृत्व में इस योजना ने राज्य की महिलाओं के बीच एक सकारात्मक माहौल बनाया है। इस योजना की सफलता इस बात का प्रमाण है कि सही नीति और ईमानदार प्रयासों से बड़े बदलाव संभव हैं।
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