वास्तु दोष की वजह से रिश्तों में परेशानी, करे उपाय

वास्तु दोष और रिश्तों पर इसका प्रभाव

वास्तु शास्त्र के अनुसार, हमारे घर का निर्माण और उसकी संरचना हमारे जीवन को सीधा प्रभावित करती है। अगर घर में वास्तु दोष मौजूद है, तो यह न केवल हमारे मानसिक और आर्थिक जीवन पर प्रभाव डालता है बल्कि रिश्तों में भी तनाव उत्पन्न कर सकता है। खासकर यदि घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है, तो इसका असर परिवार के सदस्यों के आपसी संबंधों पर भी पड़ता है।

वास्तु दोष की वजह से रिश्तों में परेशानी
वास्तु दोष की वजह से रिश्तों में परेशानी

कैसे पहचानें कि आपके घर में वास्तु दोष है?

यदि आपके घर में अक्सर परिवार के सदस्यों में झगड़े होते हैं, आपसी मतभेद बढ़ते हैं, या रिश्तों में तनाव बना रहता है, तो यह वास्तु दोष के संकेत हो सकते हैं। इसके अलावा:

  • घर में अचानक विवाद बढ़ना
  • बच्चों का माता-पिता से मतभेद होना
  • पति-पत्नी के बीच बिना किसी कारण के झगड़े होना
  • घर के सदस्यों में असहिष्णुता का बढ़ना
  • घर में अशांति और नकारात्मक ऊर्जा का अनुभव होना

यदि इन समस्याओं का अनुभव हो रहा है, तो यह संकेत हो सकता है कि घर में वास्तु दोष मौजूद है।

मुख्य वास्तु दोष जो रिश्तों पर प्रभाव डालते हैं

1. मुख्य द्वार की गलत दिशा

मुख्य द्वार अगर दक्षिण या दक्षिण-पश्चिम दिशा में हो, तो यह घर में नकारात्मक ऊर्जा ला सकता है। यह पति-पत्नी के बीच तनाव और परिवार में अशांति बढ़ा सकता है।

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2. शयनकक्ष (Bedroom) की गलत स्थिति

अगर बेडरूम उत्तर-पूर्व दिशा में है, तो इससे पति-पत्नी के रिश्तों में तनाव हो सकता है। इसके अलावा, दक्षिण-पश्चिम दिशा में बेडरूम होना शुभ माना जाता है और इससे संबंधों में मधुरता बनी रहती है।

3. टूटे हुए सामान और अनावश्यक वस्तुएं

घर में टूटी हुई चीजें, कबाड़ और बेकार पड़ा सामान नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है और रिश्तों में खटास ला सकता है। इसलिए घर को हमेशा साफ-सुथरा और व्यवस्थित रखना चाहिए।

4. रसोई की गलत स्थिति

यदि घर की रसोई उत्तर-पूर्व या दक्षिण-पश्चिम दिशा में बनी हो, तो यह गृहस्थ जीवन में अशांति और कलह को बढ़ा सकती है। रसोई दक्षिण-पूर्व दिशा में होनी चाहिए, जिससे घर में खुशहाली बनी रहती है।

5. पूजा स्थान की गलत दिशा

अगर घर में पूजा स्थल गलत दिशा में स्थित है, तो यह परिवार के सदस्यों के बीच मतभेद और लड़ाइयाँ बढ़ा सकता है। वास्तु के अनुसार, पूजा स्थल उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए ताकि घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे।

वास्तु दोष दूर करने के आसान उपाय

अगर आप अपने घर में वास्तु दोष महसूस कर रहे हैं, तो निम्नलिखित उपायों को अपनाकर आप रिश्तों में सुधार ला सकते हैं:

1. मुख्य द्वार को शुभ बनाएं

मुख्य द्वार पर स्वस्तिक, ॐ या मंगल कलश का चिन्ह लगाएं। इससे सकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश करेगी और परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी।

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2. बेडरूम का सही स्थान चुनें

बेडरूम को दक्षिण-पश्चिम दिशा में स्थानांतरित करें। अगर यह संभव न हो, तो बेडरूम में गुलाबी या हल्के रंगों का प्रयोग करें, जो रिश्तों में प्रेम और सामंजस्य को बढ़ाते हैं।

3. टूटे सामान को हटाएं

घर में अगर कोई टूटा हुआ कांच, घड़ी, फर्नीचर या खराब इलेक्ट्रॉनिक सामान हो, तो उसे तुरंत हटा दें। इससे रिश्तों में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहेगी।

4. रसोई का सही प्रबंधन करें

रसोई में गैस चूल्हे और पानी की टंकी को एक साथ न रखें, क्योंकि अग्नि और जल का मेल आपसी संबंधों में मतभेद बढ़ा सकता है।

5. पूजा स्थान की स्थिति सुधारें

घर में पूजा स्थान को उत्तर-पूर्व दिशा में स्थापित करें और नियमित रूप से धूप-दीप जलाएं। इससे घर में सुख-शांति और सकारात्मक ऊर्जा बनी रहेगी।

6. क्रिस्टल बॉल और विंड चाइम्स लगाएं

घर में क्रिस्टल बॉल और विंड चाइम्स लगाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और रिश्तों में प्रेम बढ़ता है।

7. सकारात्मक रंगों का प्रयोग करें

घर की दीवारों पर हल्के और सकारात्मक रंगों जैसे गुलाबी, हल्का पीला, हरा या सफेद रंग का उपयोग करें, जिससे रिश्तों में सामंजस्य बना रहेगा।

निष्कर्ष

अगर आपके घर में वास्तु दोष के कारण रिश्तों में परेशानी आ रही है, तो उपरोक्त उपायों को अपनाकर आप अपने परिवार में सुख-शांति और प्रेम बनाए रख सकते हैं। सही दिशा और वास्तु अनुरूप बदलाव करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और घर का वातावरण सकारात्मक बनता है

क्या आपके घर में भी वास्तु दोष हैं? अब सही उपाय अपनाकर अपने रिश्तों को मजबूत बनाएं!

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