मंगल और केतु की युति दूसरे भाव में (कन्या लग्न, तुला राशि – 7 नंबर के साथ )
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, दूसरे भाव का संबंध धन, वाणी, परिवार और संस्कारों से होता है। जब मंगल और केतु दूसरे भाव में होते हैं, तो इन दोनों ग्रहों का संयुक्त प्रभाव जातक के जीवन में गहरा प्रभाव डालता है। मंगल एक ऊर्जावान और क्रियाशील ग्रह है, जबकि केतु आध्यात्मिकता और रहस्य का कारक माना … Read more