चतुर्थ भाव में सूर्य, शुक्र और बुध की युति (9 नंबर धनु राशि के साथ, कन्या लग्न)

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ज्योतिष शास्त्र में चतुर्थ भाव (चौथा घर) को मां, सुख-सुविधा, जायदाद, वाहन और मानसिक शांति का कारक माना गया है। जब चतुर्थ भाव में सूर्य, शुक्र और बुध की युति होती है, तो यह व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक और नकारात्मक दोनों प्रकार के प्रभाव डाल सकती है। कन्या लग्न में, चतुर्थ भाव में धनु … Read more

मंगल और केतु की युति दूसरे भाव में (कन्या लग्न, तुला राशि – 7 नंबर के साथ )

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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, दूसरे भाव का संबंध धन, वाणी, परिवार और संस्कारों से होता है। जब मंगल और केतु दूसरे भाव में होते हैं, तो इन दोनों ग्रहों का संयुक्त प्रभाव जातक के जीवन में गहरा प्रभाव डालता है। मंगल एक ऊर्जावान और क्रियाशील ग्रह है, जबकि केतु आध्यात्मिकता और रहस्य का कारक माना … Read more