अगर कुंडली में है मांगलिक दोष, तो शादीशुदा जीवन बर्बाद हो सकता है!

क्या आपकी शादी में लगातार परेशानियां आ रही हैं? क्या वैवाहिक जीवन में झगड़े, तनाव और असमंजस बना रहता है? यदि हां, तो इसका कारण मांगलिक दोष हो सकता है। मांगलिक दोष को वैवाहिक जीवन के लिए सबसे बड़ा ज्योतिषीय दोष माना जाता है। अगर सही समय पर इसका उपाय न किया जाए, तो शादीशुदा जीवन बर्बाद हो सकता है

मांगलिक दोष
मांगलिक दोष

आज हम आपको बताएंगे कि मांगलिक दोष क्या होता है, यह कुंडली में कैसे बनता है, और इससे बचने के अचूक उपाय क्या हैं।


1. मांगलिक दोष क्या होता है?

मांगलिक दोष तब बनता है जब मंगल ग्रह कुंडली के 1st, 2nd, 4th, 7th, 8th या 12th भाव में स्थित होता है। यह दोष व्यक्ति के वैवाहिक जीवन पर नकारात्मक प्रभाव डालता है, जिससे शादी में देरी, तलाक, जीवनसाथी की मृत्यु या घरेलू कलह जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

मांगलिक दोष के प्रकार:

पूर्ण मांगलिक दोष: जब मंगल इन 6 भावों में किसी भी राशि में हो।
आर्ध मांगलिक दोष: जब मंगल कुछ विशेष स्थितियों में कमजोर हो।
कुंडली मेलापक के दौरान बना मांगलिक दोष: जब वर और वधू की कुंडली का मिलान सही तरीके से न किया जाए।

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2. कैसे पता करें कि आप मांगलिक हैं?

अगर आपकी कुंडली में निम्नलिखित लक्षण हैं, तो आप मांगलिक दोष से प्रभावित हो सकते हैं:

शादी में लगातार देरी हो रही हो
शादी के बाद जीवनसाथी के साथ बार-बार झगड़े होते हों
रिश्ते में तकरार और गलतफहमी बनी रहती हो
शादी के बाद आर्थिक समस्याएं या स्वास्थ्य से जुड़ी दिक्कतें बढ़ जाएं
रिश्ते में कोई एक पार्टनर अधिक गुस्सैल या आक्रामक हो


3. मांगलिक दोष के नकारात्मक प्रभाव

अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में मांगलिक दोष हो और इसका उपाय न किया जाए, तो उसे निम्नलिखित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है:

प्रभावविवरण
शादी में देरीसही समय पर रिश्ता नहीं बनता, बार-बार बात बिगड़ जाती है
वैवाहिक कलहशादी के बाद रोज झगड़े और गलतफहमियां बढ़ने लगती हैं
तलाक या अलगावमांगलिक दोष के कारण रिश्ता लंबे समय तक नहीं टिकता
जीवनसाथी को कष्टमांगलिक व्यक्ति का साथी अक्सर मानसिक या शारीरिक कष्ट झेलता है
स्वास्थ्य समस्याएंशादी के बाद दोनों में से किसी एक को गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं

4. मांगलिक दोष से बचने के अचूक उपाय

अगर आपकी कुंडली में मांगलिक दोष है, तो निम्नलिखित उपायों को अपनाकर इसका निवारण किया जा सकता है:

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शादी से पहले के उपाय:

कुंभ विवाह: मांगलिक व्यक्ति को पहले पीपल, केले के पेड़ या मिट्टी के घड़े से विवाह करना चाहिए।
गौरी पूजन: शादी से पहले मां पार्वती की पूजा करने से मांगलिक दोष का प्रभाव कम होता है।
रूद्राभिषेक: भगवान शिव का अभिषेक करने से मंगल दोष शांत होता है।

शादी के बाद के उपाय:

मंगलवार का व्रत रखें और हनुमान जी की पूजा करें।
मंगल ग्रह के बीज मंत्र का रोज 108 बार जाप करें:

  • “ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः”
    मंगल यंत्र को घर में स्थापित करें।
    लाल मूंगा रत्न धारण करें (ज्योतिषीय सलाह के बाद)।
    मंगल दोष निवारण हवन करें।

5. क्या दो मांगलिक व्यक्ति की शादी हो सकती है?

अगर वर और वधू दोनों ही मांगलिक दोष से प्रभावित हैं, तो दोनों के दोष एक-दूसरे को समाप्त कर देते हैं। इसलिए, दो मांगलिक व्यक्ति आपस में विवाह कर सकते हैं और उन्हें कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं झेलना पड़ता।


6. मांगलिक दोष से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य

हर मांगलिक दोष अशुभ नहीं होता – यदि मंगल मजबूत और शुभ ग्रहों से प्रभावित हो, तो यह वैवाहिक जीवन में समस्याएं नहीं लाता।
शुभ योग मांगलिक दोष को खत्म कर सकते हैं – यदि कुंडली में गुरु (बृहस्पति) या चंद्रमा मजबूत स्थिति में हों, तो मंगल का प्रभाव कम हो सकता है।
समय के साथ मांगलिक दोष का असर कम हो जाता है – 28 वर्ष की आयु के बाद मंगल का प्रभाव धीरे-धीरे कम हो जाता है।


7. निष्कर्ष: मांगलिक दोष का समय रहते करें उपाय वरना पछताएंगे!

अगर आपकी कुंडली में मांगलिक दोष है और इसे अनदेखा कर दिया गया, तो यह वैवाहिक जीवन को बर्बाद कर सकता है। इसलिए, समय रहते ज्योतिषीय उपाय करें, वरना आगे चलकर रिश्तों में तनाव, विवाद और अलगाव झेलना पड़ सकता है।

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