Skip to main content

Posts

Showing posts from April, 2020

बच्चों की 3 शिक्षाप्रद कहानियाँ (Shikshaprad Kahaniyan)

बच्चों आज हम आपको 4 शिक्षाप्रद कहानियाँ (Hindi Stories) सुनाने जा रहें हैं इन कहनियों का मजा लो और जो शिक्षा मिले उसे अपने जीवन में अपनाओ आलस बुरी बला हैं             समय का सदुपयोग जो करता है उसी व्यक्ति को समय के अच्छे परिणाम मिलते हैं। ऐसा ही हुआ जब सोनू और वाणी  के एनुअल एग्जाम आने वाले थे।  वाणी बहुत ही मेहनती और समय का सदुपयोग करने वाली बच्ची थी। जबकि उसका भाई सोनू बहुत ही लापरवाह और शैतान बच्चा था हर काम कल पर डालता था ।   सोनू खेलता हुआ मम्मी- पापा हमेशा सोनू को आगे का उदाहरण देकर समझाते थे देखो सोनू बेटा तुम बड़े हो गए हो तुम्हें अपनी पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए। समय का सदुपयोग करना चाहिये ।  अपनी बहन से सीखो, देखो वह समय से पढ़ती है, कोई काम कल पर कभी नहीं छोड़ती। लेकिन सोनू की दिन पर दिन कल पर काम छोड़ने की आदत बढ़ती ही जा रही थी और आखिरकार एग्जाम नजदीक आ गए । सोनू और वाणी की परीक्षा में अब केवल 2 दिन बाकी है बच्चों अगले सोमवार से तो तुम दोनों की परीक्षाएं शुरू हो रही है ना। परीक्षा को लेकर तुम्हारी बहुत चिंता हो रही है बेटा- सोनू। तुम हमेशा आज का

मेंढक और मेंढकी की कहानी - Ganesh Ji Ki Kahani

बच्चों राजकुमारी परियों की कहानियां अपने बहुत सुनी होगी लेकिन कभी मेंढक और मेंढकी की कहानी सुनी है तो आज हम आपको सुनाएंगे मेंढक और मेंढक की कहानी। तो चलो शुरू करते हैं एक बार एक मेंढक और उसकी पत्नी  मेंढकी  की कुए के अंदर पानी में खेल रहे थे। तभी कुए पर एक पनिहारी आई।  और उसने पानी अपनी मटकी में भरा और अपने घर चली गई परंतु हुआ क्या? हुआ क्या कि उसकी मटकी में मेंढक और मेडकी दोनों आ गई अब   मेंढकी  का स्वभाव क्या था कि वह हमेशा गणेश जी की पूजा करती रहती थी। हमेशा बोलती रहती थी। जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा माता जाकी पार्वती पिता महादेवा लेकिन उसके इस स्वभाव से मेंढक को बड़ा गुस्सा आता था वह हमेशा कहता था कि हमेशा उस सूंड वाले का नाम लेती रहती हो कभी मेरा नाम तो लेती ही नहीं और कभी-कभी खूब जमकर झगड़ा करता था।  अब क्या होता है कि जो पनिहारी उनको अपनी मटकी में भरकर ले गई थी पानी के साथ में वह अपने घर जाती है और चूल्हे पर पानी गरम करने के लिए रखती है तो उस पानी को वह किसी गर्म करने वाले बर्तन में पलट देती है और आग पर रख देती है। अब जैसे ही आग की तपन बढ़ती है तो मेंढक अपनी प

घमण्डी जादुई पेंटिंग की कहानी Jadui Kahaniyan

किसी गांव में एक दुकान पर बहुत ही खूबसूरत पेंटिंग थी। वह पेंटिंग  इतनी खूबसूरत थी कि शाम को लोग वहां इकट्ठा होकर उस पेंटिंग के नजारे देखने आते थे। उस पेंटिंग के अंदर एक कृत्रिम सदृश्य नजर आता था जिसके अंदर एक राजकुमारी बनी हुई थी। जादुई पेंटिंग  उस राजकुमारी की सुंदरता इतनी प्रसिद्ध थी इतनी विख्यात थी कि लोग उसके सुंदरता देखते ही रह जाते थे। दूर-दूर से लोग वहां आते पेंटिंग को देखते नजर भर कर और वापस चले जाते रोज यही लगा रहता राजकुमारी थी तो बहुत ही सुंदर परंतु जब वह तस्वीर मैं उपस्थित बाकी सभी प्राकृतिक चीजों जैसे उसके अंदर बनी हुई लालटेन पर्वतों पहाड़। पेड़ आदमियों से बातें करते टाइम बोलती थी मैं इतनी खूबसूरत हो इसी वजह से लोग मुझे देखने आते हैं तुम सब लोगों की सुंदरता तो मेरे सामने कुछ भी नहीं है।  मैं बहुत सुंदर हूं इसीलिए मुझे देखने आती है। यह सब बातें सुनते सुनते पहाड़ अपने फिर स्वभाव की वजह से कुछ बोल कुछ बोला नहीं फिर भी उसकी बातें सुनकर हंस मुस्कुराने लगा परंतु लालटेन जो कि स्वभाव से ही जलने का प्रतीक है। उसकी बातों को सुनकर बहुत ही गुस्सा हो गया और उसने गुस्स

जादुई लिपस्टिक की कहानी Jadui Kahani

बच्चों की जादुई कहानी  एक बार स्नेहा और नेहा नाम की दो लड़कियां रहती थी नेहा बहुत ही सुंदर थी। जबकि नेहा का रंग सांवला था। और वह बहुत सुंदर भी रही थी। ज्यादा सुंदर होने की वजह से नेहा की मां नेहा से बहुत प्यार करती थी। लेकिन नेहा को कम प्यार मिलने की वजह से नेहा हमेशा प्यार के लिए तरसती रहती थी और रोज शाम को एक पेड़ के नीचे नदी के किनारे रोया करती थी। एक दिन मैं बहुत रो रही थी। क्योंकि उसे उसे भी अपनी मां का प्यार चाहिए था तभी उसके पास एक महात्मा आए उन्होंने एक कृत्रिम लिपस्टिक उसे दी और कहा बेटा नेहा तुम मन की बहुत ही अच्छी लड़की हो तुम यह लिपस्टिक यूज करना। जादुई लिपस्टिक  और यह जरूर याद रखना कि अगर यह लिपस्टिक तुम लगाओगे तो तुम सुंदर बन जाओगे परंतु अगर इस लिपस्टिक का प्रयोग किसी और ने किया तो यह इसका विपरीत असर दिखाएगी और यह कहकर वह साधु जी गायब हो गए। जैसे ही वह लिपस्टिक नेहा ने लगाई वह लड़की बहुत ही सुंदर दिखने लगी और जैसे ही वह घर गई तो उसकी बहन स्नेहा और उसकी मां उसे देखकर आश्चर्यचकित रह गई तब उसकी मां ने और उसकी बहन स्नेहा ने उससे पूछा अरे तुम इतनी सुंदर कैसे हो